अकबर बीरबल के किस्से - भाग 38
नसरुद्दीन और गाय
एक दिन मुल्ला नसरुद्दीन की पत्नी ने मुल्ला से कहा “कितना अच्छा हो अगर आप एक गाय ले लें ताकि हम लोग रोज दूध आराम से पी सकें ?” इस पर मुल्ला ने कहा ये नहीं हो सकता क्योंकि हमारे बाड़े में पहले से ही मेरे प्रिय गधे के लिए जगह कम है सो मैं ये नहीं कर सकता ।
इस पर मुल्ला की पत्नी नाराज हुई और जब तक नहीं मानी जब तक मुल्ला ने अपनी पत्नी को गाय लाने का वादा नहीं कर दिया । मुल्ला अगले दिन बाजार गया और गाय को खरीद लाया । और जैसे उसने सोचा था गाय को ले आने के बाद उसके गधे के लिए रहने का स्थान कम हो गया इसलिए मुल्ला जरा भी खुश नहीं हुआ ।
कुछ दिनों बाद मुल्ला एक रात खुदा से ये प्रार्थना करने लगा कि हे खुदा ” इस गाय को उठा ले ताकि मेरा गधा अच्छे से बाड़े में रह सके ” अगले दिन मुल्ला जब अपने बाड़े में गया तो क्या देखता है कि उसका गधा मरा हुआ है देखकर मुल्ला बहुत दुखी हुआ और सोचने लगा ये तो मैंने कब चाहा था । निराश मुल्ला ऊपर देखकर भगवान से कहने लगा कि मेरा इरादा आपका अपमान करने का नहीं है लेकिन फिर भी मैं ये पूछना चाहूँगा कि क्या आप ये बताना चाहते हो कि इतने सालों बाद भी आपको गधे और गाय में फर्क नजर नहीं आता ।